उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में एयरफोर्स की भी मदद ली जा रही है.
उत्तराखंड में सिलक्यारा सुरंग में फंसे चालीस मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन का आज सातवां दिन हैं. बचाव कर्मी सुरंग में दिन रात सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने की कोशिश में जुटे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत तमाम एजेंसियों के साथ वायुसेना की भी मदद ली जा रही है. शुक्रवार को इंदौर से करीब 22 टन की भारी भरकम मशीन को मंगाया गया, जिसके लिए वायुसेना के सी-17 विमान की मदद ली जा रही है.
वायु सेना ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, ‘‘वायु सेना उत्तराखंड के धरासू में चल रहे सुरंग बचाव कार्य में सहायता के लिए अपने अभियानों को जारी रखे हुए है. इंदौर से देहरादून तक करीब 22 टन महत्वपूर्ण उपकरणों को हवाई मार्ग से पहुंचाने के लिए वायु सेना के सी-17 विमान को तैनात किया गया है.’’
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी वायुसेना
वायु सेना ने सी-17 विमान और इस पर रखी जा रही एक मशीन की तस्वीर भी ‘एक्स’ पर साझा की है. वायुसेना के सी-17 परिवहन विमान के जरिए इसे भारी उपकरण को इंदौर से देहरादून तक हवाई मार्ग से पहुंचाया जाएगा. ये मशीन भी शनिवार सुबह तक पहुंच जाएगी.
नार्वे और थाईलैंड की टीम से भी मदद
उधर सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है. ऑगर मशीन के जरिए मलबे में रास्ता बनाने की कोशिश की जा रही है, ताकि इसमें स्टील का पाइप डालकर रास्ता बनाया जा सके. रेस्क्यू ऑपरेशन में थाईलैंड और नार्वे की विशेष टीमों की भी मदद ली जा रही है. भारतीय रेस्क्यू टीम ने थाईलैंड की उस टीम से भी संपर्क किया है जिन्होंने थाईलैंड की गुफा में फंसे बच्चों को बाहर निकाला था.
रेस्क्यू ऑपरेशन टीम सुरंग में फंसे मजदूरों के साथ लगातार संपर्क में बनी हुई है, उनसे वॉकी-टॉकी के जरिए बात की जा रही है. इसके साथ ही एक पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है और खाने व पानी की व्यवस्था भी की गई है. टनल में फंसे मजदूर सुरक्षित हैं. इस पूरे ऑपरेशन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पूर नजर बनाए हुए हैं.