उत्तरकाशीउत्तराखंड

टनल से निकाली गई ऑगर मशीन, पानी की वजह से रोका गया ड्रिलिंग का काम

Uttarkashi में बीते 356 घंटों यानी 16 दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. 41 मजदूर आज भी वहीं हैं जहां पहले दिन थे. अब ऑगर मशीन को निकाल लिया गया है और मैन्यूअल काम शुरू होगा.

उत्तरकाशी के सिल्कायारा में टनल हादसे के बाद जारी रेस्क्यू ऑपरेशन का आज 16वां दिन है. 16वें दिन ऑगर मशीन को निकाल लिया गया है. ऑगर मशीन के निकालने के बाद एक ओर जहां मैन्यूअल खुदाई का काम आसान हो गया है वहीं पानी आने की वजह से वर्टिकल ड्रिलिंग रोक दी गई है.

बता दें  वर्टिकल ड्रिलिंग के ज़रिये 2 अलग-अलग जगह से पाइप डाले जा रहे है. पहली पाइप लाइफ़लाइन वाली है जिसके ज़रिये खाना और ज़रूरत का सामान भेजा जायेगा. ये पाइप 8 इंच चौड़ी है और अब तक लगभग 78 मीटर तक जा चुकी है. लेकिन इसके आगे की खुदाई के दौरान पानी और चट्टान सामने आने से आगे का काम फ़िलहाल रूका हुआ है.

दूसरी ड्रिलिंग 1.2 मीटर चौड़ी ड्रिलिंग की जा रही है जिसके ज़रिये फंसे हुये लोगों को बाहर निकाला जायेगा. ये लगभग 30 मीटर तक ड्रिल की जा चुकी है. आगे की ड्रिलिंग जारी है. दोनों पाइप को लगभग 86 मीटर तक जाना है.

उधर, पुजारी दिनेश प्रसाद ने कहा, ‘प्रार्थना है कि वे(श्रमिक) जल्द बाहर आएं. फंसे हुए श्रमिकों के सुरक्षित बचाव के लिए प्रार्थना की जा रही है. आज दोपहर 2.30 बजे यहां हवन पूजा का आयोजन किया जाएगा. हवन में आज हम अपने ‘इष्ट देवता’ की पूजा करेंगे.’

इसके अलावा उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ‘इसमें(बचाव अभियान) सभी ने काफी प्रयास किया है। उन्होंने मशीन का आधा हिस्सा काट दिया है. पाइप के आगे का हिस्सा मुड़ गया है फिर ड्रिलिंग का काम शुरू होगा। टनकपुर से जो श्रमिक फंसे थे, मैं उनके परिवार से मिला.  पीएम नरेंद्र मोदी भी इस मामले पर अपनी नजर बनाए हुए हैं.’

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