शीतकाल के लिए बंद हुए केदारनाथ धाम के कपाट, ओंकारेश्वर मंदिर में दर्शन देंगे बाबा
भगवान शिव के 11वें ज्योतिर्लिंग स्वरूप बाबा केदारनाथ के धाम के कपाट 15 नवंबर से शीतकाल के लिए बंद कर दिये गए. बाबा केदारनाथ 6 माह की अवधि के दौरान ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान रहेंगे.
उत्तराखंड के चार धामों में से एक और भगवान महादेव के 11वें ज्योतिर्लिंग स्वरूप भगवान केदारनाथ के कपाट बंद कर दिये गए. आज सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर कपाट बंद होने का मुहूर्त था. जिसके बाद केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए गए हैं.
केदारनाथ धाम का कपाट हुआ बंद
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली ने बुधवार सुबह केदारनाथ धाम से अपने शीतकालीन स्थल के लिए प्रस्थान किया. केदारनाथ की डोली के साथ देश-विदेश के हजारों श्रद्धालु केदारनाथ धाम में भगवान केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंचे. भगवान केदारनाथ के कपाट तीन पहाड़ की पूजा के बाद बंद कर दिए गए.
ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान रहेंगे बाबा केदार
भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली विभिन्न पड़ावों से दर्शन देते हुए शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंची. जहां शीतकाल तक भगवान विराजमान रहेंगे. इस मौके पर आर्मी की बैंड की धुन के साथ बाबा के जयकारों के साथ पूरी केदारपुरी गूंजती रही. आंकड़ों के मुताबिक इस वर्ष भगवान केदारनाथ के दर्शन के लिए 20 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा के दर पर माथा टेका है और ये संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है.
बाबा के दरबार में भक्तों ने किया भजन
बाबा केदार अपने शीतकाल स्थल के लिए रवाना हुए तो इस मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु उनके दर्शन को पहुंचे. बाबा के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु बाबा की जयकारों के साथ भजन कीर्तन करते रहे.
इस दौरान श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय, प्रशासनिक अधिकारी, सीईओ योगेंद्र सिंह, तीर्थपुरोहित समाज के पदाधिकारी मौजूद रहे. 15 नवंबर को ही यमुनोत्री के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. कपाट बंदी को लेकर मंदिर समिति की ओर से सारी तैयारियां कर ली गई हैं.