उत्तराखंड के दो जिलों में त्योहार पर नहीं होंगे वाहनों के चालान, पुलिस कप्तानों के बयान से उठे सवाल
उत्तराखंड के दो जिलों के पुलिस कप्तानों ने त्योहारों पर पब्लिक वाहन की चेकिंग नहीं करने का आदेश दिया है. इसपर उत्तराखंड के डीजीपी अशोक ने कहा कि हम इस विषय पर संज्ञान लेंगे.
उत्तराखंड में पुलिस विभाग में नए फरमान जारी हो रहे हैं. उत्तराखंड में त्योहार के समय पर दो जिलों के पुलिस कप्तानों के तरफ से यह बयान दिया जाता है कि हम जिले में त्योहार के समय पर पब्लिक की वाहन की चेकिंग नहीं होगी. इस दौरान अगर कोई बड़ी घटना घट जाती है तो उसके लिए सीधे तौर पर पुलिस विभाग जिम्मेदार होगा. क्योंकि पुलिस के चेकिंग न करने के बयान के बाद लोग हेलमेट लगाना क्यों पसंद करेंगे या फिर तीन सवारी लेकर के जाएंगे या फिर बिना बेल्ट के कार चलाएंगे और नशे की तस्करी या कोई आपराधिक घटना होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा.
उत्तराखंड के नैनीताल जिले के एसपी प्रहलाद नारायण मीणा और उधम सिंह नगर जिले के एसपी मंजूनाथ टी सी ने इस प्रकार से आदेश जारी किए हैं कि जिले में त्योहार के समय पर वाहनों के चालान नहीं होंगे.
बयान पर उठे सवाल
मौजूदा समय में दिवाली का त्योहार चल रहा है और ऐसे समय में लोग अपने घरों की ओर प्रस्थान कर रहे हैं. ऐसे में गाड़ी तेज चलाना या फिर ओवरटेक की घटनाएं सामने आती हैं. अभी कल रात ही नैनीताल जिले में एक गाड़ी खाई में जा गिरी, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. इस प्रकार से त्योहार के समय पर नो चालान का आदेश देना किस हद तक ठीक है.
डीजीपी अशोक कुमार ने क्या कहा?
इसको लेकर के एबीपी न्यूज़ ने डीजीपी अशोक कुमार से बात की तो उन्होंने कहा कि हमारे संज्ञान में ऐसी कोई बात नहीं है औ न हमसे किसी ने पूछा है. लेकिन इस प्रकार से अगर आदेश दिए गए हैं तो इस विषय पर हम जरूर उनसे संज्ञान लेंगे और बात करेंगे कि इस प्रकार के आदेश क्यों दिए जा रहे हैं.
त्योहारों पर नो चेकिंग नो चलान का आदेश
अभी कुछ दिनों पहले ही उत्तराखंड के देहरादून में एक बड़ी डकैती पड़ी, जिसमें करोड़ों रुपए की ज्वेलरी लूटकर अपराधी फरार हो गए. क्योंकि उस दिन देहरादून जिले में बड़ा वीआईपी प्रोग्राम था और पूरी पुलिस व्यस्त थी. इसलिए गाड़ियों की चेकिंग नहीं हो पाई और इस दौरान एक बड़ी घटना घट गई. अगर इसी प्रकार से जिलों के एसएसपी त्योहार के समय पर नो चेकिंग नो चालान के आदेश जारी करेंगे तो कई बड़ी वारदातों भी घट सकती है. इस प्रकार के आदेशों के बाद जनता के बीच पुलिस की जग हंसाई हो रही है.
त्योहार के समय पर चेकिंग न करने की बात कह कर जहां एक ओर जनता को इस बात की खुशी है कि पुलिस उनकी चेकिंग नहीं करेगी वहीं अपराधियों के लिए भी खुला मौका है. साथ ही लोगों की सुरक्षा के लिहाज से भी आदेश खतरनाक साबित हो सकता है. क्योंकि लोगों को ये मालूम है कि पुलिस ने उनके चालान नहीं करने हैं. चेकिंग नहीं होगी ऐसे में शराब की तस्करी या अन्य सामानों की तस्करी भी आसानी से हो सकती है.
वहीं चेकिंग न होने की बात सुनकर आजकल के नौजवान बेहद खुश होंगे क्योंकि उनको गाड़ी तेज चलाने का मौका मिलेगा साथ ही अपनी सेफ्टी का भी वह लोग ख्याल नहीं रखेंगे. एक गाड़ी पर तीन लोग सवार होकर के चलेंगे साथ ही बिना हेलमेट के दिखाई पड़ सकते हैं. पुलिस को इस प्रकार का बयान जारी करना एक प्रकार से लोगों की जान से खिलवाड़ करना है.