ISKCON की ‘फूड फॉर लाइफ’ बनी सहारा, दून अस्पताल के मरीजों-तीमारदारों को दें रहे मुफ्त भोजन
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का सरकारी अस्पताल दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बना दिया गया है. ऐसे में न सिर्फ देहरादून बल्कि पहाड़ी इलाकों से भी मरीज यहां इलाज करवाने के लिए आते हैं. इलाज के दौरान उन्हें भर्ती होना पड़ता है और कई बार मरीजों के साथ रहने वाले तीमारदारों को भोजन से जुड़ी परेशानी होती है. इसी बीच यहां आने वाले मरीजों और तीमारदारों के लिए ISKCON ‘फूड फॉर लाइफ’ अभियान चला रहा है, जिसके तहत यहां रोजाना 1000 लोगों का दोपहर का भोजन परोसा जाता है. इस तरह ‘नर सेवा नारायण सेवा’ की अवधारणा पर इस्कॉन काम कर रहा है.
इस्कॉन में बतौर वालंटियर काम करने वाले आदित्य ने Local 18 से कहा कि वह रोजाना दोपहर को करीब 12 बजे दून अस्पताल पहुंचते हैं. वहां पर वह करीब 700 से 1000 मरीजों के लिए खिचड़ी प्रसाद के रूप में लाते हैं, जिसे मथोरोवाला रोड स्थित इस्कॉन मंदिर में बनाया जाता है. फिर भगवान श्रीकृष्ण को भोग लगाने के बाद वैन में यहां लाकर वितरित किया जाता है. खिचड़ी मरीजों के लिए भी अच्छी मानी जाती है, क्योंकि इसमें ज्यादा तेल-मसाले का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. इसमें हरी सब्जियां डाली जाती हैं. उन्होंने कहा कि खिचड़ी के साथ कभी-कभार रवा का हलवा भी दिया जाता है. पहले चौक और सड़क से गुजरने वाले राहगीरों को प्रसाद वितरित किया जाता था. लेकिन अब दून अस्पताल में मरीजों के लिए यह सेवा की जा रही है. अभी उनकी मुहिम की शुरुआत है, इसलिए दून अस्पताल में यह सेवा की जा रही है. आगे इसे और जगह भी बढ़ाया जा सकता है.
दून अस्पताल में अपनी पत्नी का इलाज करवाने आए महेश ने लोकल 18 से कहा कि दूर इलाके से आने वाले लोगों को खाने की परेशानी होती है. क्योंकि कई लोगों को पता नहीं होता कि भोजन कहां ठीक मिलता है. वहीं यहां कोई रिश्तेदार भी नहीं होता है. अगर पौष्टिक भोजन देने की मुहिम चलेगी, तो बहुत राहत होगी.
1970 में स्थापित हुई थी इस्कॉन सोसायटी
इस्कॉन के ‘फूड फॉर लाइफ’ अभियान के कॉर्डिनेटर अनिरुद्ध कीर्तन दास ने लोकल 18 को जानकारी दते हुए बताया कि इस्कॉन सोसायटी सिर्फ देहरादून ही नहीं दुनियाभर में धर्मार्थ और मानव सेवा करती है. साल 1970 के दशक में इसकी स्थापना हुई थी. इसके डायरेक्टर डॉ. लीला पुरुषोत्तम दास ने गरीबों और भूखों की सेवा के लिए इस अभियान की शुरुआत की थी, जो देश के कई अस्पतालों में चल रही है. दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना ने जानकारी दी कि 13 फरवरी 2024 को दून अस्पताल के मरीजों के लिए इस्कॉन सोसायटी द्वारा ‘फूड फॉर लाइफ’ मुहिम शुरू की गई है. इससे मरीजों और तीमारदारों को राहत मिल रही है.