उत्तराखंड के जंगलों में आग की घटनाओं को लेकर अब राज्य सरकार अति गंभीर हो गई है. इसी कड़ी में डीजीपी अभिनव कुमार ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, ‘जंगल में आग लगाने वालों को चिन्हित किया जाएगा और दोषियों पर कार्रवाई होगी. अगर जरूरत पड़ी तो गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई होगी. अबतक 13 एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं 4 लोग पकड़े गए हैं.’
वहीं फॉरेस्ट अफसर आईएफएस निशांत वर्मा ने कहा कि आग की घटनाओं को लेकर सभी जिलों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे. हर दिन उनसे रिपोर्ट ली जाएगी. फायर वॉचर का भी इंश्योरेंस किया जाएगा. पौड़ी और अल्मोड़ा के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए एनडीआरएफ को बुलाया जाएगा. बीते कई दिनों से पौड़ी के जंगलों में लगी आग को हेलिकॉप्टर के जरिए बुझाया जा रहा है.
इस बीच राहत देने वाली खबर यह है कि बागेश्वर के जंगलों में लगी आग बारिश के चलते बुझ गई. जबकि पौड़ी में वनाग्नि की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है और अब तक 100 हेक्टर से अधिक जंगल खाक हो चुके हैं. इसके अलावा अल्मोड़ा के जंगलों में लगी आग अब दुनागिरी उद्यान तक पहुंच गई है. करीब 3 दिन से उद्यान में आग लगी हुई है. फलों के पेड़ जलकर राख हो गए हैं. करीब 300 हेक्टेयर ऐरिया में आग लगी हुई है.
बागेश्वर के जंगलों की आग बारिश के चलते बुझ गई है लेकिन अब पराली और झाड़-झाड़ियां के जलाने पर रोक लगा दी गई है. डीएम अनुराधा पाल ने इसको लेकर सख्त निर्देश जारी किया है. डीएम ने जमीन मालिकों से पराली नहीं जलाने की अपील की है. साथ ही यह भी कहा है कि नियमों का उल्लंघन करते हुए पाए जाने पर कार्रवाई होगी. आरोपियों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी. वन विभाग, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग को निगरानी करने का निर्देश दिया गया है.