संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को दो लोग दर्शक दीर्घा से सदन के अंदर कूद गए थे. इन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था. इस घटना के बाद राज्य सरकार भी अलर्ट हो गई है.
संसद की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आने के बाद उत्तराखंड में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने गुरुवार (14 दिसंबर) को देहरादून में विधानसभा की सुरक्षा की समीक्षा की. संसद पर 2001 में किए गए आतंकी हमले की बरसी के दिन बुधवार को सुरक्षा में सेंधमारी की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए थे.
इसके बाद इन लोगों ने ‘केन’ के जरिये रंगीन धुआं फैला दिया था. घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया था. इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया.
पुलिस अधिकारियों ने किया विधानसभा का दौरा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद राज्य के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार के नेतृत्व में टीम ने सुरक्षा व्यवस्था का आंकलन करने और खामियों को दूर करने के लिए विधानसभा परिसर का दौरा किया.
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिए ये निर्देश
पुलिस महानिदेशक ने उपस्थित अधिकारियों से एक मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करने को कहा, जिसका उद्देश्य विधानसभा सत्र के दौरान परिसर और उसके आस-पास की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना है.
संसद के अंदर कूदे थे दो लोग
सदन में कूदने वाले दोनों व्यक्तियों की पहचान सागर शर्मा और मनोरंजन डी. के रूप में हुई. संसद भवन के बाहर से गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की निवासी नीलम (42) और लातूर (महाराष्ट्र) के निवासी अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है. ये चारों आरोपी संसद पहुंचने से पहले अपने सहयोगी विशाल के घर पर ठहरे थे.
पुलिस ने विशाल को भी गुरुगाम से हिरासत में लिया था. घटना के मुख्य आरोपी ललित झा को बृहस्पतिवार शाम गिरफ्तार कर लिया गया. अधिकारियों ने कहा कि झा एक व्यक्ति के साथ राष्ट्रीय राजधानी के कर्तव्य पथ पुलिस थाने पहुंचा, जहां उसे विशेष प्रकोष्ठ को सौंप दिया गया.