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उत्तराखंड में बड़ा हादसा, भूस्खलन के बाद धंस गई टनल, अंदर फंसे 36 मजदूरों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप में टनल की खुदाई का काम चल रहा था, जब भूस्खलन की वजह से टनल धंस गई जिसमें 36 मजदूर फंसे हुए हैं.

 उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में शनिवार (11 नवंबर) देर रात एक बड़े हादसे में करीब 36 मजदूरों की जान मुश्किल में फंस गई है. यहां भूस्खलन की वजह से ब्राह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव तक नवयुगा कंपनी की निर्माणाधीन टनल का 50 मीटर हिस्सा धंस गया.

उस समय वहां काम कर रहे हैं 36 मजदूर टनल गिरने के बाद अंदर फंसे हुए हैं, जिन्हें बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य चल रहा है. ‌किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. जिला प्रशासन का दावा है कि जिस बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ है और टनल धंसी है, उसमें राहत और बचाव कार्य में कम से कम दो से तीन दिनों का वक्त लग सकता है.

पुलिस ने दी है ये जानकारी
उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक (SP) अर्पण यदुवंशी ने इस बात की पुष्टि की है कि टनल के अंदर जो भी मजदूर फंसे हुए हैं, वे पूरी तरह से सुरक्षित हैं. उनके पास ऑक्सीजन सिलेंडर भी है. फंसे हुए मजदूरों की सुविधा के लिए एक ऑक्सीजन पाइप भी टनल के अंदर पहुंचा दी गई है.

जिला प्रशासन के नेतृत्व में पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, फायर सर्विस, 108 इमरजेंसी सेवा के कर्मी रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं. बचाव अभियान के दौरान बाहर निकल जाने वाले मजदूरों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने के लिए घटनास्थल पर पांच एंबुलेंस को भी रखा गया है.

कंपनी की मशीन कर रही मलबा हटाने का काम
स्थानीय सूत्रों ने बताया है कि जो टनल धंसी है उसका मलबा पूरी तरह से जाम हो गया है. उसे हटाने का काम भी निर्माण कर रही कंपनी NHIDCL की मशीनरी कर रही है. वर्टिकल ड्रिलिंग मशीन की मदद से मलबे को निकाला जा रहा है.

2800 मीटर गहरी है सुरंग
ये टनल ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट का हिस्सा है जिसकी लंबाई 4.5 किमी है. मजदूर जहां काम कर रहे थे वह 2800 मीटर गहरी सुरंग है. चार किलोमीटर सुरंग का निर्माण हो चुका है. 2024 तक संभावित तौर पर पूरा होने वाली इस सुरंग की खुदाई के दौरान इसी साल मार्च में भी इसी तरह से भूस्खलन की वजह से समस्या खड़ी हुई थी.

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