मेहनत ज्यादा कर रहे थे, पैसा मिल रहा था कम, फिर अचानक हाथ लगा खजाना और बदल गई किस्मत, देखें Photos
खेती-किसानी तो हर किसान करता ही है, लेकिन कम लागत में अधिक मुनाफा किस फसल से मिलता है, इसकी जानकारी के अभाव में किसान अपनी आर्थिक स्थिति नहीं सुधार पाते. इस वजह से किसानों का मन खेती में नहीं लगता और वे इसे छोड़ देते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ मंडला जिले के नैनपुर विकासखंड के तिंदुआ बम्हनी में.
यहां किसानों को फसल से लाभ नहीं मिला तो उन्होंने खेती करना ही छोड़ दिया था. इसके बाद कृषि विभाग की आत्मा परियोजना के संचालक इन किसानों से मिले. उन्होंने किसानों को कम लागत, कम मेहनत करने पर अधिक मुनाफा वाली फसल के बारे में जानकारी दी. इसके इलाके के दस किसानों ने अपने एक-एक एकड़ में चिया सीड की बोनी की.
आज इन किसानों की फसल लहलहा रही है. उन्हें इस फसल के लिए न तो ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है और न ही उन्हें इसके देखभाल की ज्यादा चिंता है. किसानों ने बताया कि पहले हम परंपरागत खेती करते थे. लेकिन, मुनाफा कम होता था. जितनी मेहनत होती थी, उतना पैसा नहीं मिलता था. इसलिए हमने खुद किसानी बंद कर खेतों को ठेके पर दे दिया.
इस बीच हमें चीया सीड की जानकारी मिली. हमने इस बार खेतों में चीया सीड की बोनी की. अब ये फसल गेहूं की फसल से बेहतर दिखाई दे रही है. कृषि विभाग के आत्मा परियोजना उपसंचालक आरडी जाटव ने बताते हैं कि चिया सीड एक तिलहनी फसल है. एक एकड़ खेत में किसान 5 से 6 क्विंटल चिया सीड उत्पादन कर सकता है.
चिया सीड की मंडी बाजार में कीमत अन्य फसलों से काफी अच्छी है. इसमें मेहनत भी कम है. इस फसल को जानवरों से नुकसान भी नहीं होता. किसान अभी तक एक एकड़ में 12 से 13 क्विंटल तक आम फसलें उगा पाता है. इससे उसे 20 से 25 हजार रुपये ही मिलता है. लेकिन चिया सीड की एक क्विंटल फसल पर किसान को 15 हजार रुपये तक मिल जाते हैं.
किसान अब्दुल कलीम खान, मोहम्मद हानिफ खान, रशीद खान और कृषि अधिकारी आरडी जाटव बताते हैं कि अगर किसान 5 क्विंटल भी उगाता है तो उसे करीब 90 हजार रुपये तक इस फसल से मिल जाता है. चिया सीड सेहत के लिए खजाने से कम नहीं. यह छोटा बीज किसानों को बड़े मुनाफे की गारंटी देता है. इससे उनके जीवन बदलाव आता है. वे सफल किसान बन जाते हैं.