ग्रैटर नोएडा

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोग पूछ रहे तीन सवाल, कब होगी रजिस्ट्री, कब मिलेगा घर, कब आएगी मेट्रो

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में घरों की डिलीवरी का सालों से इंतजार कर रहे लोगों का गुस्सा चरम पर पहुंच गया है. उन्होंने रविवार को जंतर-मंतर पर धरना देखर अपनी मांग उठाईं.

 ग्रेटर नोएडा वेस्ट पिछले कुछ समय से चर्चाओं में ज्यादा आया है. यहां घरों का डिलीवरी रेट पूरे देश में सबसे कम है. इसके चलते यहां अपना आशियाना बनाने वाले बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं. कई प्रोजेक्ट दो से तीन साल तक लेट चल रहे हैं. इसके चलते लोगों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें महंगे किराए और लोन की ईएमआई दोनों ही भरनी पड़ रही है. इसके चलते रविवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट में घर खरीदने वालों का गुस्सा फूटा. उन्होंने दिल्ली के जंतर-मंतर पहुंचकर धरना-प्रदर्शन किया और रैली भी निकाली. दिल्ली-एनसीआर के इस इलाके में रहने वालों ने सरकार से तीन सवाल उठाए. उन्होंने पूछा कि कब होगी रजिस्ट्री, कब मिलेगा घर और कब आएगी मेट्रो.

जंतर-मंतर पर किया प्रदर्शन 

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों ने जंतर-मंतर पर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया. हजारों की संख्या में घर खरीदार बस और कारों से यहां पहुंचे. फिर रैली निकालते हुए धरना स्थल तक गए. लोगों में रजिस्ट्री नहीं होने, आईआरपी की मनमानी, रुके हुए प्रोजेक्ट और मेट्रो प्रोजेक्ट में होर रही देरी का बेहद गुस्सा दिखाई दिया. लोगों ने नारेबाजी करते हुए सरकार से वादा पूरा करने की अपील की

एक साल से चल रहा प्रदर्शन 

नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि हम एक साल से एकमूर्ति पर प्रदर्शन कर रहे थे. हम मजबूर होकर जंतर-मंतर आए हैं. आखिर क्या मजबूरी है कि इतने विरोध प्रदर्शन के बाद भी हमारे मांगों की अनदेखी की जा रही है. अब हमारे शांतिपूर्ण आंदोलन का दायरा और ज्यादा बढ़ेगा. हमारे समर्थन के लिए जिस तरह से लोग निकल कर आ रहे हैं, वो अभूतपूर्व है. हमें दुख होता है कि घर और मेट्रो जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए भी हमें जंतर-मंतर पर धरना देने के लिए आना पड़ा.

निराश कर रही है सरकार 

आंदोलन में शामिल हुए लोगों का कहना था कि सरकार निराश कर रही है. हम लगातार शांति से अपनी बात रख रहे हैं. मगर, सिर्फ झूठे वादे मिल रहे हैं. कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. सभी लोगों ने कहा कि हम निराश हैं. लेकिन, हताश नहीं और संघर्ष जारी रखेंगे. ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोग हर हफ्ते विरोध प्रदर्शन में शामिल होते हैं. आंदोलन में शामिल हजारों लोगों ने शपथ ली कि एकजुट होकर रजिस्ट्री, रुके प्रोजेक्ट के निर्माण और मेट्रो को लेकर संघर्ष जारी रखेंगे.

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